पपीता की खेती की पूरी जानकारी

क्या आप पपीता की खेती से संबंधित जानकारी पाना चाहते है? इस आर्टिकल में आप Papita ki Kheti से संबंधित जानकारियाँ जैसे पपीता की खेती कैसे करे, पपीता की खेती के लिए उपयुक्त तापमान जलवायु, पपीता का उपयोग क्या है आदि के बारे में जानने वाले है।

पपीता की खेती की पूरी जानकारी

पपीता क्या है?

पपीता एक पीले रंग का फल है। पपीते का पकने से पहले रंग हरा होता है। पपीता एक सवादिस्ट मीठा फल है। पपीता में सर्करा पाई जाती। है इस में अंदर बीज होते है बीजो का रंग काला होता है। आप पपीता खाते वक्त इस के बीजो को सही रख सकते है और अपने पास पपीते का पौधा लगा सकते है। पपीता सवादिस्ट होने के साथ साथ बहुत गुणकारी भी है।

बात करे पपीते के बनावट की तो ये लम्बा और गोले फल है। इस का वजन 500 ग्राम से 1 किलोग्राम तक हो सकता है। इस के पड़े ज्यादा लम्बे और बड़े नहीं होते है। पपीते के छोटे पड़े होते है। इस पड़े में पत्तिया ज्यादा होती है जो की पपीता लगने के बाद उसको धुप गर्मी से बचा सके।

पपीता खाने के फायदे –

पपीता में पाये जाने वाले पोषक तत्वों की बात करे तो पपीते में विटामिन सी और विटामिन अ प्रचुर मात्रा में पाए जाते है। विटामिन सी आखो की रोशनी को बढ़ाने में मदद करता है। यानी की आप पपीता का रोजाना सेवन करते है तो आप के आखो के रोशनी बढ़ती है।

अगर आप का वजन लगातर बढ़ रहा है तो आप पपीता को लगातर खाने से आप की कोलोस्ट्रोल की समस्या ख़तम हो सकती है। ये आप को आप के वजन घटाने में मदद करता है।

यदि आप का पेट ख़राब रहता है तो आप पपीता का सेवन करे सकते है। ये आपकी रोगे प्रतिरोधक समता बढ़ाता है। थोड़ा थोड़ा पपीता रोज सेवन करने से आप होने वाले रोगो से बच सकते है। पपीता आप के पाचन तंत्र को मजबूत करता है। पपीता आप को आसानी से मिलने वाला भी फल है।

पपीता की खेती के लिये किस्म –

बढ़ती तकनीक के कारण आज कल पपीते की अलग अलग किस्मो के बीजो का प्रयोग होने लगा है। पिछले कुछ सालो में पपीते की पैदावर में बढ़ोतरी देखने को मिली है। ज्यादा पैदावर देने वाले बीजो का प्रयोग होने के कारण पपीते की खेती में वर्दी देखने को मिली है। हम आप को पपीते की अलग अलग किस्मो और उन के उत्पादन की जानकारी देगे।

पपीते की किस्म

  • रेड लेडी ये पपीते की सबसे अच्छी किस्में है। इस किस्म के पपीते काफी बड़े होते है। इन का वजन 1 किलोग्राम से 2 किलोग्राम तक होता है। इस किस्म के पपीते अधिक मीठे और सवादिस्ट होते है। इस किस्म के पपीत लोग सर्वाधिक पसंद करते है।
  • अर्का प्रभात इस किस्म के पपीते बेहतरीन होता है। इन का वजन 900 ग्राम से 1 किलोग्राम होता है इस किस्म के पपीता में बीजो की मात्रा अधिक होती है। इस किस्म की पैदावर किसी भी जगह हो सकती है। आज कल इस किस्म के पपीते के पोधो का प्रचलन अधिक देखने को मिलता है।
  • अर्का सूर्य इस किस्म के पपीते का वजन 500 से 700 ग्राम तक होता है। ये काफी छोटे पपीते होते है।
  • वॉशिंगटन भारत में इस किस्म का प्रचलन अधिक देखने को मिलता है वजन में ये रेड लेडी से थोड़े छोटे होते है। इस किस्म जल्दी पकने के लिये जानी जाती है।
  • अन्य किस्मो की बात कर तो कुर्ग हनीड्यू, जायन्ट, डेलिशियस, ड्वार्फ इन किस्मो की भी अच्छी पैदावर देखने को मिलती है इन की पैदावर 40 से 50 टन प्रति एकड़ होती है।

पपीता की खेती के लिये खेत तैयार कैसे करे।

पपीता की खेती के लिये तैयार मिटी – पपीते की खेती के लिये दोमट मीटी की जरुरत होती है। सबसे पहले तो आप को जिसे जमींन में पपीते की खेती करनी है उस का चयन कर चयन करने के बाद आप कितने एकड़ में पपीता लगाना चाहते है उस का निर्धारण करे इन सब के बाद आप निर्धारित जमीन की दो या तीन बार जुताई करे।

जुताई के बाद आप इस पर कीटनाशक दवाई का छिड़काव करे और इस मिटी को पलास्टिक से कवर करे। ताकि मिटी में से किट ख़तम हो जाए। आप चाहे तो मिटी को महीन बना सकते है। खेती की जमीन के चारो तरफ तारबंदी कर दे ताकि आप की फसल को किसी प्रकार का नुकसान ना हो। आप मिटी को और उपजाऊ बनाना के लिये इस में खाद और दवा का भी इस्तमाल कर सकते है।

पपीता की बुवाई का उचित समय

पपीते की बुवाई का सही समय फरवरी और मार्च महीन से शुरू होता है। और पपीता पक कर अक्टुम्बर में तैयार होता है। पपीते की खेती आप पुरा साल कर सकते है। पपीते की बुवाई के लिये आप जमीन पर पक्ति बनाकर जमीन को थोड़ा ऊँचा रखकर कर सकते है। पक्ति बनाकर 1 से 3 फ़ीट की जगह छोड़ कर पपीते के पौधे लगा सकते है।

पक्ति में अच्छी तहर पौधे लगाये ताकी अधिक पैदावर हो सके। ऐसी किस्में के बीजो का प्रयोग करे जिससे एक पौधे से आप 50 से 60 पपीते प्राप्त कर सकते है। और प्रति एकड़ 50 से 60 टन पैदावर मिल सके और अधिक लाभ प्राप्त कर सके।

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पपीता की खेती के फायदे

सबसे पहले तो पपीते की मांग पूरे साल भर बनी रहती है। और एक बार पपीता का पौधा लगाने के बाद 2 से 3 साल तक फल देता रहता है। पपीते की खेती के लिये अधिक जमीन की जरुरत नहीं होती है। आप छोटे से खेत में भी खेती कर सकते है।

साथ ही यदि आप अपनी खेत की जमीन के चारो तरफ पपीते के पौधे लगाकर अच्छी पैदावर ले सकते है। और साथ ही अलग फसल के साथ पपीता की खेती से अलग मुनाफा कमा सकते है।

यदि आप एक हैक्टर में अच्छी तरह पपीता की खेती करते है तो आप पूरे साल भर में 12 से 15 लाख तक मुनाफा कमा सकते है। और एक हैक्टर में लागत देख तो 2 से 3 लाख तक आती है।

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