अश्वगंधा की खेती की पूरी जानकारी

आज हम आपको अश्वगंधा की खेती की सम्पूर्ण जानकारी उपलब्ध करवायेगे। जैसे की अश्वगंधा की खेती कैसे करे। इस की खेती के लिये उपुक्त तापमान और जलवायु क्या होना चाहीये। और अश्वगंधा की खेती के लिये जमींन और मिटी कैसे तैयार करे। अश्वगंधा की खेती में लगने वाली लागत और होने वाला मुनाफा साथ ही हम आप को अश्वगंधा के फायदों की जानकारी भी देंगे।

ashwagandha ki kheti, अश्वगंधा की खेती

अश्वगंधा क्या है?

अश्वगंधा एक औषधीय पौधा है। अश्वगंधा की मांग पूरे साल भर रहती है। अश्वगंधा की मांग इस की पैदावर से अधिक होती है। अश्वगंधा हमारे शरीर के लिये बहुत लाभकारी और गुणकारी माना जाता है। अश्वगंधा का पौधा काफी छोटा होता है। इस पौध की लम्बाई कम होती है। लकिन इस के जड़ो की लम्बाई अधिक बढ़ती है।

अश्वगंधा के जड़ो की बिक्री भी अधिक मात्रा में होती है। इस की जड़ो का आकर गोल होता है। अश्वगंधा के फलो में बीजो की मात्रा भी अधिक होती है। इस की बढ़ती मांग के साथ साथ इस की कीमतों में काफी उछाल देखने को मिला है इस लिये ज्यादातर किसान अश्वगंधा की खेती और बढ़ रहे है।

अश्वगंधा के लिये उपयुक्त जलवायु और तापमान

जलवायु –

अश्वगंधा की खेती की शुरुआत खरीफ के मौसम में होती है। यानी इस को बारिश के पानी से भी बोया जा सकता है। अश्वगंधा गर्मी के मौसम में बोया जाता है इस को अधिक तापमान की जरूरत होती है। अश्वगंधा भारत में सर्वाधिक मध्यप्रदेश के नीमच मंदसौर जिले में होता है। इस के लिए मिटी लवणीय भी हो तो भी आप खेती कर सकते है।

ज्यादातर इस की सिंचाई बारिश के पानी से होती है। लेकिन आप इस में लवणीय पानी का भी प्रयोग कर सकते है। इस की खेती आप कम पैदावर वाली जमीन पर कर सकते है। जब तापमान अधिक हो तो आप इस की बुवाई कर सकते है बुवाई के समय आप कम से कम पानी का प्रयोग करे। अपनी पैदावर को बढ़ाने के लिए आप उतम किस्म के बीजो का इस्तमाल कर सकते है।

तापमान –

अश्वगंधा की खेती की गर्मी के मौसम में शुरू होती है। इस के लिये अधिक तापमान की जरुरत होती है। सामन्यतय तापमान 25 से 30 डिग्री रहना जरुरी होता है। इस तापमान के भीतर आप अश्वगंधा की अच्छी फसल प्राप्त कर सकते है।

अश्वगंधा की बुवाई के लिये जमीन तैयार

आज हम आपको बताएंगे की अश्वगंधा की खेती के लिये नर्सरी जैसी मिटी कैसे तैयार कर सकते है। सबसे पहले तो जगह का निर्धारण कर आप को कहा पर और कितनी जमीन पर अश्वगंधा की खेती करनी है। उस के बाद आप अपनी जमीन की ज्यादा से ज्यादा बार जुताई करे और मिटी को नरम बना दे। ताकि नमी बनी रहे। उस की बाद आप बारिश का इंतजार कर सकते है। या आप बीजो को जमीन में अनेक पक्ति के रूप में थोड़ी थोड़ी जगह के बाद बो सकते है। और सिंचाई कर सकते है।

अश्वगंधा की बुवाई के लिये उचित महीना जून माना जाता है। अधिक पैदावर के लिए आप कीटनाशक दवाई और अधिक मात्रा में खाद का प्रयोग कर सकते है। बुवाई से पहले आप मिटी में कीटनाशक दवा का इस्तमाल करे ताकि बाद में कोई कीट और खपतवार ना हो। जिससे आप की पैदावार भी अधिक बढ़ सके।

और जाने – पपीते की खेती की जानकारी

अश्वगंधा की खेती में लागत और लाभ

अश्वगंधा की खेती 5 से 6 महीने में तैयार होती है। बात करे इस की खेती में लगने वाली लागत तो सबसे पहले लागत आप को खेत तैयार करने में लगती है। बाद में इस के बीजो की लागत इस की सीचाई की बात करे तो इस में कम सीचाई की जरुरत होती है। अश्वगंधा की खेती में लागत कम लगती है। ज्यादा लागत नही लगती है।

लाभ की बात करे तो सबसे पहले तो आप को इस की जड़ो से लाभ प्राप्त होगा आप इस की जड़ो को अधिक कीमत पर बेच सकते हो जो की एक हैक्टर में 3 से 4 कुंतल लगभग होती है। बाद में इस के बीजो को भी आप अच्छ दामों पर बेच सकते है। अश्वगंधा की खेती में मुनाफा इस की लागत से 3 या 4 गुना अधिक होता है। अश्वगंधा की खेती करके आप अच्छा लाभ कमा सकते है।

अश्वगंधा के सेवन से फायदे।

अश्वगंधा अनेको गुणों से युक्त माना जाता है। ये एक औषधीय पौधा होने के कारण इस के हमारे शरीर में में अनेको फायदे है। आज हम आप को अश्वगंधा के प्रयोग से होने वाले फायदों के बारे में जानगे। बिना किसी डॉक्टर की सलाह के आप इस का सेवन ना करे क्यों की अश्वगंधा के फायदे के साथ साथ नुकसान भी होते है।

  • अश्वगंधा हमारे गले के इलाज में कारगर है। अश्वगंधा के सेवन से हमारे गले में होने वाली सूजन को कम किया जा सकता है अश्वगंधा के पतों से हमारे गले में होने वाली खरास और अन्य परेसानी भी ठीक हो सकती है।
  • बाल जड़ने की समयस्या का इलाज यदि आप के बाल सफेद जल्दी होते है। या फिर आप के बाल लगातर कमजोर होते जा रहे तो आप नियमित अश्वगंधा का सेवन करने से आप के बालो से जुडी सभी प्रॉब्लम कम हो सकती है।
  • आप के आखो की कमजोरी को दूर करने में मदद करता है। अश्वगंधा का सेवन आप यदि आपकी आखो की अच्छी रोशनी के लिये या फिर आप आखो की कमजोर्को दूर करने के लिये कर रहे है। तो इस के प्रयोग से आप की आँख ठीक हो सकती है।
  • आप के इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है। यदि आप दुबले पतले है या फिर आप का शरीर जल्दी किसी बीमारी की चपट में आता है तो आप लगातर अश्वगंधा का सेवन करके अपने शरीर में होने वाली कमजोरी को दूर कर सकता है।
  • अश्वगंधा का सेवन आप अनेको बीमारीयो जैसे की
  • पेट दर्द
  • ज्यादा खासी होने पर
  • घुटनों का दर्द,
  • अपने शरीर में होने वाली खून की कमी को दूर करने के लिये
  • हार्ट को सही रखने के लिये
  • त्वचा पर होने वाले रोगो को कम करने के लिये भी आप प्रयोग कर सकते है।

अश्वगंधा के सेवन सेऊपर दिये गये फायदे की जानकारी को प्राप्त करके आप इस का ईस्तमाल कर सकते है। लेकिन आप इस का सेवन डॉक्टर की सलाह पर करे।

और जाने – संतरा की खेती

तो यही थे अश्वगंधा की खेती से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारीया। अगर आपको अश्वगंधा की खेती पोस्ट पसंद आया है तो कमेंट में जरूर बताये और अपने साथियो के साथ भी पोस्ट को जरूर शेयर करे।

आप हमें यूट्यूब और फेसबुक पर फॉलो कर सकते है, वहा पर हम मंडियों के भाव, कृषि खबर, खेतीबाड़ी आदि के बारे में जानकारी देते है।

Leave a Comment