Farming Business Ideas: लगाइए एक अनोखा फॉर्म और कमाये करोडो, Desi Poultry Farming + Fish Farming + Duck Farming

नमस्कार साथियों यदि आप एक किसान है और कृषि के साथ-साथ एक ऐसा बिजनेस करना चाहते हैं। जिसे आप करोड़ों रुपए कमा सकते हैं तो आज हम आपको एक ऐसे बिजनेस के बारे में बताएंगे जिससे आप कम जगह से आसानी से शुरू कर सकते हैं। और जिसे शुरू करना बेहद ही आसान है, तो आईए जानते हैं दोस्तों इस बिजनेस के बारे में और इसकी विशेषताओं के बारे में और साथ ही इससे होने वाले लाभ के बारे मे आपको इस आर्टिकल के माधयम से बतायेगे।

एक अनोखा फॉर्म जिससे होगी करोड़ों की कमाई।

जिस बिजनेस की हम बात करने जा रहे हैं यह बिजनेस आप कृषि के साथ-साथ अपने खेत में एक तलाब बनकर उसमे मछली पालन के साथ-साथ बतख पालन और मुर्गी पालन करना( Desi Poultry Farming + Fish Farming + Duck Farming )। यह तीनों ही कार्य एक साथ किया जा सकते हैं। और इन्हे करना बेहद ही आसान है, क्योंकि यह तीनों कार्य अपने आप में सम्मिलित है। इन तीन कार्यो को एक साथ करके आप अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।

मछली पालन, बत्तख पालन और मुर्गी पालन को एक साथ कैसे करें?

तो आइये दोस्तों जानते हैं मछली पालन, बत्तख पालन और मुर्गी पालन को एक साथ करने का बेहतरीन और आसान तरीका।

(1) मछली पालन से संबंधित व्यवस्थाएं:

सर्वप्रथम हम मछली पालन से संबंधित निम्न प्रकार की व्यवस्थाएं करेंगे जो नीचे दी गई है।

  • मछली पालन के लिए तालाब का निर्माण करना और तालाब की गहराई 1 से 2 मी रखना तालाब की चौड़ाई का भी चयन करना।
  • मछली के साथ बतख पालने के लिए तालाब को पूरी तरह से तैयार करना जलीय वनस्पति को तालाब से बाहर निकलना।
  • तालाब में समय-समय पर जाल चला कर मांसपक्षी तथा अवांछित मछलियों को बाहर निकालना।
  • मछलियों के लिए पोषक तत्व और कैल्शियम उपलब्ध कराना।
  • मछलियों के लिए पौष्टिक मत्स्य बीज का चयन करना।
  • नियमित समय-समय पर मछलीयो में वर्दी की जांच करना और मछलियों में होने वाली बीमारियों का इलाज करना।

(2) बत्तख पालन से संबंधित व्यवस्थाएं:

  • बत्तख पालन के लिए सर्वप्रथम तालाब की पोखर पर बत्तखों के लिए बाड़े का निर्माण करना, क्योंकि रात के समय बतखों को बाड़े में रखा जाता है।
  • अच्छी और बड़ी प्रजातियों की बतखों का चयन करना।
  • बत्तखों के लिए पौष्टिक पूरक और भरपूर आहार उपलब्ध कराना।
  • बत्तखों के अंडों की प्राप्ति के लिए नियमित बत्तखों को पौष्टिक आहार देना।
  • बत्तखों के स्वास्थ्य की समय-समय पर जांच करना और बीमारियों का इलाज करना।

(3) मुर्गी पालन से संबंधित व्यवस्थाएं:

  • सर्वप्रथम मुर्गियों के लिए तालाब के अंदर झोपड़ी बनाकर या तालाब की मेड़ पर मुर्गियों के लिए घर बनाएं।
  • पोल्ट्री लीटर का मछली पालन तालाब में खाद के रूप में उपयोग किया जा सकता है।
  • अच्छी नस्ल की और अधिक अंडे देने वाली मुर्गियां का चयन करें।
  • मुर्गियों के लिए मुर्गियों के अनुकूल संतुलित आहार का चयन करें।
  • मुर्गियां 22 सप्ताह बाद अंडा देना प्रारंभ कर देती है, इसका विशेष ध्यान रखें।

मछली पालन, बत्तख पालन और सह मुर्गी पालन से होने वाले लाभ-

  • यह तीनों कार्य एक साथ करने से तालाब में अतिरिक्त दाना का डालने की आवश्यकता नहीं पड़ती है।
  • बत्तख तालाब में जलीय वनस्पतियों की वर्दी को रोकते हैं। जिससे मछलियों को विचरण में आसानी होती है।
  • बत्तख को अपने भोजन का 50% से अधिक भाग तालाब से प्राप्त हो जाता है, तथा कीड़े मकोड़े मेंढक आदि पर भी नियंत्रित किया जा सकता है।
  • तालाब में बत्तख के तैरने से वायुमंडल की ऑक्सीजन निरंतर रूप से पानी में घूमती रहती है, और मछलियों को ऑक्सीजन की कमी नहीं होती।

मछली पालन बत्तख पालन और मुर्गी पालन को साथ में करने से उत्पादन और कमाई-

इन तीनों कार्यों को साथ में करने से प्रति हेक्टर प्रतिवर्ष 2000 किलो का मछली उत्पादन हो सकता है। साथ ही 15000 से अधिक अंडे तथा 600 किलोग्राम बत्तखों का मांस उपलब्ध होगा। जिसे बेचकर आप आसानी से अधिक कमाई कर सकते हैं।

Note:-

ऊपर दी गई संपूर्ण जानकारी के अनुसार आप मछली पालन, बत्तख पालन और मुर्गी पालन एक साथ कर सकते हैं। इस जानकारी के अनुसार आपको ज्यादा जगह की आवश्यकता नहीं होगी, और आप कम जगह में अच्छा उत्पादन ले सकते हैं, और करोड़ों की कमाई शुरू कर सकते हैं।

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